क्या सचमुच सिमट रही है दामन की प्रतिष्ठा?
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समय के साथ परिधान और समाज की सोच में बदलाव आया है। पहले “दामन” केवल वस्त्र
का टुकड़ा नहीं, बल्कि मर्यादा और संस्कृति का प्रतीक माना जाता था। पारंपरिक
वस्...
23 hours ago
3 comments:
nice blog
suratede
Unfortunatly it was not fruitful.
-Rahul Karn
http://karntechnicalwriting.blogspot.in/
nice post
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