जब बात दिल से लगा ली तब ही बन पाए गुरु
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तिवारी जी आज त्रिपाठी जी का किस्सा सुना रहे थे।
ये त्रिपाठी हमारे साथ अपनी जवानी के दिनों में यहीं पान के ठेले पर दिन दिन
भर बैठा रहता था। न कोई काम...
1 day ago
3 comments:
nice blog
suratede
Unfortunatly it was not fruitful.
-Rahul Karn
http://karntechnicalwriting.blogspot.in/
nice post
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